Ganesh Idol भारत में हर साल गणेश उत्सव का रंग अलग ही होता है। गली-गली में बप्पा की आरती और जयकारे गूंजते हैं। लेकिन इस बार कुछ नया देखने को मिल रहा है।
लोग अब पारंपरिक मूर्तियों से आगे बढ़कर कस्टम Ganesh Idol यानी व्यक्तिगत स्टाइल वाली गणपति प्रतिमाएँ चुन रहे हैं।
Ganesh Idol क्यों बढ़ रहा है कस्टम मूर्तियों का ट्रेंड?
- व्यक्तिगत जुड़ाव – भक्त चाहते हैं कि मूर्ति उनकी आस्था और पसंद दोनों को दर्शाए।
- आधुनिक टच – अब केवल क्लासिक लुक नहीं, बल्कि थीम-बेस्ड डिज़ाइन जैसे नीले रंग के Ganesh, Eco-Friendly मिट्टी के Idol और Pocket-Size मूर्तियाँ भी लोकप्रिय हो रही हैं।
- सोशल मीडिया का असर – इंस्टाग्राम और फेसबुक पर Unique Ganesh Idol की तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं।
आजकल लोग Eco-Friendly Ganesh Idol अपनाने लगे हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुँचे। (और पढ़ें)

कस्टम Ganesh Idol के लोकप्रिय ट्रेंड
- इको-फ्रेंडली गणपति – मिट्टी या बीजों से बनी मूर्तियाँ, जिन्हें विसर्जन के बाद पौधे का रूप दिया जा सकता है।
- गोल्ड और सिल्वर टच – चमकदार रंग और सजावट वाली मूर्तियाँ, जो रॉयल लुक देती हैं।
- Pocket Ganesh Idol – छोटे आकार की मूर्तियाँ, जिन्हें गाड़ी या ऑफिस में रखा जा सके।
- कलात्मक मूर्तियाँ – जिनमें पौराणिक कथाएँ और आधुनिक आर्ट का मिश्रण दिखता है।
समाज और पर्यावरण पर असर
कस्टम Ganesh Idol सिर्फ दिखावा नहीं है। यह समाज और पर्यावरण से भी जुड़ा है।
- Eco-Ganesh का चलन नदियों और तालाबों को कम प्रदूषित करेगा।
- मूर्तिकारों और कलाकारों को नई रोजगार संभावनाएँ मिल रही हैं।
- बच्चे भी इससे प्रकृति और आस्था दोनों से जुड़ पा रहे हैं।
Ganesh Idol सोशल मीडिया पर बढ़ती लोकप्रियता
आज सोशल मीडिया पर #MyGaneshMyStyle और #CustomGanesh जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लोग अपनी मूर्तियों की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं और हर कोई चाहता है कि उनका Ganesh Idol सबसे यूनिक दिखे।
निष्कर्ष
कस्टम Ganesh Idol आज सिर्फ ट्रेंड नहीं बल्कि एक आस्था और कला का संगम बन चुका है।
भविष्य में हर घर की मूर्ति शायद एक पर्सनलाइज्ड टच के साथ दिखे।